वो सुबह जब सड़क ने मुझे बुलाया
कभी-कभी ज़िंदगी में ऐसे पल आते हैं जब आपको लगता है — बस अब निकलना है, कहीं दूर। मेरे लिए वो पल था जब मैंने पहली बार पहाड़ों पर bike चलाने का फ़ैसला किया।
दिल में excitement भी थी, thoda sa fear भी. लेकिन जैसे ही बाइक का इंजन गरजा, लगा कि हवा भी साथ देने को तैयार है।
शहर की धूल और traffic से दूर निकलते ही रास्ता बदल गया — हवा साफ़, आसमान गहरा नीला, और हर curve पर एक नई कहानी। उस दिन “पहली बार पहाड़ों पर bike चलाई” और वो सफर आज भी मेरे अंदर जिंदा है।
क्यों अब हर कोई पहाड़ों की ओर भाग रहा है?
Aajkal Instagram खोलो तो हर तीसरी reel किसी की mountain ride की होती है — कहीं Manali-Leh route, तो कहीं Uttarakhand ke ghane pahaad.
ये ट्रेंड सिर्फ adventure का नहीं, escape aur self-discovery का भी है।
लोग अब सिर्फ छुट्टी नहीं लेते, बल्कि खुद को खोजने निकलते हैं।
2025 में तो यह craze और बढ़ गया है।
- Weekend bikers अब हर महीने एक mini mountain trip plan करते हैं।
- कई लोग अपने office jobs छोड़कर “rider life” अपना रहे हैं।
- Royal Enfield, Jawa aur Yezdi जैसी companies ने खास “Touring Editions” launch किए हैं पहाड़ी lovers के लिए।
क्योंकि सच कहें — पहाड़ों में bike चलाना सिर्फ thrill नहीं, therapy भी है।
वो पहला मोड़ – जब डर और खुशी साथ आए
पहाड़ी सड़कें वैसी नहीं होतीं जैसी plain roads। हर curve unpredictable होता है।
पहले 10 किलोमीटर में तो हाथ कांप रहे थे। हवा ठंडी थी, handle heavy लग रहा था। पर फिर — जैसे ही मैंने पहला मोड़ सही लिया, confidence वापस आने लगा।
हर मोड़ के बाद एक नया view — कहीं pine trees, कहीं दूर बर्फ की चोटियाँ।
Bike की गड़गड़ाहट और हवा की सरसराहट साथ चल रही थी।
उस वक्त लगा जैसे पहाड़ और मैं बात कर रहे हों — “Tu chal, main sambhal lunga.”
Mujhe laga main ride kar raha hoon, par sach me toh wo pahaad mujhe chala rahe the.

रास्ते की चुनौतियाँ – thrill ke peeche reality
Adventure jitna beautiful lagta hai, उतना easy नहीं होता.
पहाड़ी रास्ते पर bike चलाते वक्त कई challenges आते हैं —
- हवा हल्की होने से इंजन पर load बढ़ता है।
- कुछ जगहों पर road slippery होती है, specially morning dew ke time.
- Network गायब, petrol pump दूर.
पहली बार मुझे feel हुआ कि सिर्फ riding skills नहीं, patience और planning भी ज़रूरी है।
एक बार तो ऐसा हुआ कि बीच में light drizzle शुरू हो गई। Road चमक रहा था, और मैं बस slow gear में handle कसकर चला रहा था। उस पल लगा, “अब गिर गया तो सीधा valley में।”
पर जैसे-जैसे confidence आया, हर raindrop adventure बन गई।
पहाड़ों की खामोशी में जो सुकून मिला
कहीं एक जगह रुका — बाइक park की, हेलमेट उतारा और बस हवा को सुना।
शहरों में silence luxury है, लेकिन पहाड़ों में वो gift है।
नीचे नदी बह रही थी, दूर किसी गांव से temple bell की आवाज़ आ रही थी।
मैंने सोचा — “कितनी बार ऐसे रुका हूँ बिना किसी reason के?” शायद कभी नहीं।
वहीं समझ आया कि ये ride सिर्फ physical नहीं थी, emotional journey भी थी।
Soch ke dekhiye, jab aap apni bike ke saath us khamoshi ko feel karte ho, toh lagta hai duniya ruk gayi hai.
अब ये सिर्फ सफर नहीं, एक ट्रेंड बन चुका है
2025 ke data ke hisaab se, India me mountain biking tours ka trend 40% se zyada badh gaya hai.
Leh–Ladakh, Spiti Valley aur Uttarakhand ke routes ab global map par top adventure trails me count hote hain.
| Year | Trend Report | Insight |
|---|---|---|
| 2023 | “Top 10 Indian Road Trips” | Himachal & Uttarakhand most loved routes |
| 2024 | Tourism Growth Report | Mountain bike trips up by 37% |
| 2025 | Rider Community Data | Young bikers (18–35 yrs) dominate mountain tours |
Yeh data sirf numbers nahi, proof hai ki aaj bike ride ek personal expression ban chuki hai.
People are not just travelling; they’re telling stories through their rides.
गर्मियों की छुट्टियों में गाँव की ओर – मेरा अनुभव
क्या सीखा मैंने इस एक सफर से?
पहले लगा था ये ride sirf ek weekend adventure hogi.
लेकिन वापस आते-आते realize हुआ — ये तो ज़िंदगी का एक नया chapter था।
पहाड़ों की roads ने मुझे patience सिखाया, risk लेना सिखाया, और सबसे ज़्यादा — खुद पर भरोसा करना सिखाया।
जब बाइक पहाड़ी curve पर slip होने लगी थी और मैंने संभाला, तभी सीखा —
“Control सिर्फ handle पर नहीं, mind पर भी होना चाहिए।”
अब जब भी किसी से कहता हूँ “पहली बार पहाड़ों पर bike चलाई थी”,
तो वो सिर्फ ek line नहीं, ek feeling है।
Mujhe lagta hai har insaan ko ek baar woh ride leni chahiye jahan road bhi sikhaati hai aur hawa bhi inspire karti hai.
Beginners ke लिए कुछ जरूरी tips
अगर आप भी पहली बार पहाड़ों में bike चलाने जा रहे हैं, तो ये बातें याद रखें:
- Tyres aur brakes check करें – पहाड़ी roads unforgiving होती हैं.
- Weather updates पहले ले लें – sudden rain bahut common है.
- Riding gear essential है – helmet, jacket, gloves, knee guard.
- Hydration aur stamina maintain करें – ऊँचाई पर oxygen कम होती है.
- Ride slow, feel more – पहाड़ों का मज़ा speed में नहीं, रफ्तार के बीच ठहराव में है.
शहर लौटते वक्त जो एहसास आया
शहर वापस लौटा तो लगा कि कुछ बदल गया है। Roads वही थीं, पर नज़रिया अलग था।
अब horns की आवाज़ irritate नहीं करती, क्योंकि दिमाग अब भी कहीं पहाड़ी curve पर अटका है।
पहाड़ों की हवा जैसे दिल में बस गई।
कभी-कभी balcony से आसमान देखता हूँ तो लगता है, bike start कर दूँ और फिर निकल पड़ूँ — बिना plan, बिना deadline।
सच कहूँ तो, वो एक ride नहीं थी — वो therapy थी disguised as adventure.
नतीजा – पहाड़ों ने मुझे बदल दिया
उस दिन के बाद मैं पहले जैसा नहीं रहा। अब हर road trip सिर्फ travel नहीं, meditation है।
पहाड़ों की हवा ने सिखाया —
“जिंदगी उतनी ही सुंदर है, जितनी धीरे चलो।”
तो अगर आप भी सोच रहे हैं कि “क्या मैं पहली बार पहाड़ों पर bike चला सकता हूँ?”,
तो जवाब simple है — हाँ, जरूर।
क्योंकि कभी-कभी आपको खुद को समझने के लिए, बस एक bike aur ek road की ज़रूरत होती है।



